खांसी के घरेलू उपाय और उसके प्रभावशाली तरीके – Khansi ke gharelu upay

आज हम ये देखने वाले है कि खासी क्यू होती है, उसके क्या कारण है, और खांसी के घरेलू उपाय। खांसी फेफडोसे हवा का अचानक दबाव से निकलने वाली क्रिया है। यह प्रतिवर्ती क्रिया आहे जो आपके वायू मार्ग कोसाफ करने के लिए डिजाइन की गयी है, और यह आम दोर पर तब होती है जब आपके वायु मार्ग मे जलन होती है या कोई भारीकन मौजूद होता है।

खांसी होने के कारण

अकॉर्डिंग टू हेल्थ रिसोर्स. खासी आने का मुख्य कारण है वायरल संक्रमण एलर्जी ऍसिड रिफ्लक्स और धूम्रपान शामिल है हालाकी ये दि खासी दो हफ्ते से ज्यादा हो तो यह टीबी ब्रोंकाइट्स या अस्थमा जैसे गंभीर स्थितियों का संकेत हो सकती है जब हमारे शरीर में किसी आवश्यक विटामिन की कमी होती है, तो हमारा इम्युन सिस्टीम कमजोर हो जाता है जिस से वायरल संक्रमण और बॅक्टेरिया से लढणे की क्षमता कम हो जाती है। विशेष रूप से विटामिन सी विटामिन डी विटामिन ए और विटामिन ई इम्युन सिस्टम को सक्रिय बनाये रखते है, और हमारे शरीर को जुखाम जैसी बिमारीयो से बचाने मे हमारी मदत करते है. कभी कभी खासी आना शरीर का एक सामान्य, स्वस्थ कार्य है, लेकिन बार बार लगातार खासी आना अच्छी बात नही है।

खांसी के प्रकार

आप जानते है एक हसी के चार मुख्य प्रकार है।

१. गिली खासी

२. सुखी खासी

३. पॅरॉक्सिस्मल

४. क्रुप सुखी

खासी गले मे जलन और खुजली के कारण होती है गेली खासी इसमे बलगम निकलता है जो आम तोर पर संक्रमण या फेफडो की समस्या का संकेत हो सकता है एलर्जी खासी यह धुल या धुये या किसी विशेष गंध की संपर्क मे आने से होती हैरात मे आने वाली खासी यह ऍसिड रिफ्लक्स या अस्थमा से संबंधित हो सकती है।

खांसी को ठीक करने के घरेलू उपाय

सुखी खासी से राहत पाने के हम अपने घर की बहुत सारी चीज से राहत पा सकते है जैसे की

शहद:

शहद मे अँटी इंफ्लामेंट्री गुण होते है जो गले को आराम आराम पोहोचते है और खांसी को शांत करते है।

विधि: इसके लिये हमे एक दो चम्मच शहद को गरम पाणी या हर्बल चाय मे मिलाये और दिन मे कुछ बार पिये जब भी आपको खांसी होती है तब आप एक चम्मच फिर से भी ले सकते हो।

अद्रक:

अद्रक मे भी अँटी इंफ्लामेंट्री गुण होते है ओरिया गले की खराश और खांसी मे मदत दिलाने समर्थ हैं।

विधि : इसके लिये हमे एक आधा इंच अद्रक की जड लेण है उसका रस निचोडे और एक चमच शहद के साथ अच्छे से मिलाये, इस मिश्रण को ले और कुछ सेकंड के लिए मुह मे रखे और बाद में धीरे धीरे निगल ले ।

मसाला चाय: मसाल्याच्या आहे खासी के बहुत ही लाभदायक हैं।

विधि : मसाला चाय बनाने के लिए देढ कप पाणी ले, उसमे दो लॉन्ग दो इलायची एक छोटी दालचिनी एक छोटा अद्रक का तुकडा किस्सा हुआ डाले, ओर मिशन को पानी मे पाच छे मिनिटं उबाले और फिर छान कर पिए।

गरारे:

गरम पाणी मे नमक डालकर गरारे करने से गले की सुजन काम होती और खासी कम हो सकती है

तुलसी:

तुलसी की पत्तियों का काढा या रस शहद के साथ मिलाकर पीने से भी खासी मे राहत मिलती है।

हल्दी वाला दूध:

हल्दी वाला दूध पीने से गले को आराम मिलता है.

मुलेठी:

मुलेठी का चूर्ण या उसकी डँडी को चुसे.

लगातार खासी आये तो हमे क्या करना चाहिए?

अगर घरेलू उपाय से हमे आराम नही मिल रहा है आपकी खासी मे आपको खून दिख रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे खासकर यदि खासी तीन सप्ताह से अधिक हो खास त समय खून आयेसास लेने में कठिणाई होतेज बुखार या अचानक वजन कम होने लगे

निष्कर्ष:

खांसी को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय प्रभावशाली हो सकते है लेकिन यदि लक्षण गंभीर है तो डॉक्टर की सलाह आवश्य ले, स्वस्त आहार हायड्रेशन और सही देखभाल ले आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करे और खांसी से बचा जा सकता है ।

लेखक : पवन ढोके

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